आचार्य चाणकय के कुछ ऐसे विचार जो आपकी ज़िंदगी बदल देंगे
दोस्तों आज आपका फिर से Newsdunia.inमें स्वागत है हम आज आपको आचार्य चाणकय के कुछ ऐसे अनमोल विचार और वचन बताएंगे जो की आपकी ज़िंदगी को बदल देंगे तो निचे देखिये और पढ़िए
- Must read : श्री हनुमान चालीसा और संकटमोचन हनुमानाष्ठक
- Must read : Rani Padmavati ka Itihas Aur Khani
- Must read : Vastu shastr kya hai
- Must read : गले और छाती में जमे कफ(बलगम) को निकलने के उपाय और इलाज
- Must read : हार्ट अटैक क्या है इसके लक्षण और बचाव के उपाय
आचार्य चाणक्य के अनमोल विचार और कथन
- कभी भी ज्यादा क्रोध मत करो क्योकि वह खुद का ही नाश करता है !
- सच्चे लोगो के लिए कुछ भी ऐसा नहीं है की जो वो प्राप्त न कर सके !
- साहस रखिए तो कुछ भी कार्य असंभव नहीं है !
- असंसय के स्थिति में विनाश से अच्छा तो संसय की स्थिति में विनाश है !
- दूसरे के धन को पाने के बारे में सोचना स्वार्थ है !
- दान को ही हम दूसरी भाषा में धर्म कहते है !
- न्याय का दूसरा नाम ही धर्म है !
- जो धर्म और अर्थ को बढ़ावा नहीं देता है वो ही कामी है !
- धर्म के विपरीत कार्य करने वाला अशांति प्रकट करता है !
- सीधे व्यक्ति बहुत ही म्हणत के बाद मिलते है !
- अगर आप बहुत गुणवान भी हो फिर भी आप का कोई एक दोष ही उन गुणों को ख़तम कर देगा !
- किसी को भी दूसरे के बल पर नहीं बोलना चाहिए !
- विश्वास हमेशा बनाकर रखना चाहिए !
- किसी के भी चरित्र के बारे में बोलने वाले हम कोई भी नहीं होते !
- कभी भी किसी की चुगली मत करो एक समय पर उसको सब त्याग देते है !
- बच्चो को हमेशा अच्छी बातो का ही ज्ञान दो !
- ऐसा नहीं की ज्ञानी में दोष नहीं होते, ज्ञानी में भी दोष होना तो जरुरी है !
- रत्न कभी भी ख़राब नहीं होता !
- किसी के द्वारा दी गए राय का उल्लंघन नहीं करना चाहिए !
- गुनी व्यक्ति की बात हमेशा समझनी चाहिए क्योकि उस की बात समझने से अवगुणी व्यक्ति भी गुणवान हो सकता है !
- कभी भी अपनी मर्यादाओ का उलंघन नहीं करना चाहिए !
- दोष में मिलाया हुआ जल भी दूध का ही रूप ले लेता है !
- मछुवारा जल में घुस कर ही उसमें से कुछ पापाता है !
- राजा अपने बल और दिमाग दोनों से ही धनी होता है !
- जो व्यक्ति अपने मन में उतशाह नहीं रखता उस का जीवन अंधकार की तरफ चला जाता है !
- जहर किसी भी स्थति में जहर ही रहता है !
- गलत कार्य करने वाले को डर की चिंता नहीं होती !
- जो विश्वास करने योग्य नहीं हो उस पर कभी भी विश्वास करना गलत होगा !
- कार्य करते समय शत्रु का साथ नहीं देना चाहिए !
- शत्रु का पुत्र अगर आपका दोस्त है तो उस की मदद जरूर करनी चाहिए !
- शत्रु की कमजोरी पर ही हमेशा वार करना चाहिए !
- अपनी कमजोरी कभी दुसरो को न बताए !
- अगर शत्रु गलत कार्य करता पकड़ा जाये तो उस को कभी भी माफ़ मत करो !
- कभी भी सज्जनो का अपमान मत करो !
- सदाचार से शत्रु पर भी विजय प्राप्त की जा सकती है !
- गंदे व्यक्ति के उपदेश कभी भी नहीं मानने चाहिए !
- गलत लोगो पर कभी भी विश्वास नहीं करना चाहिए !
- जिस किसी को हम क्षमा कर सकते है उस को तुरंत क्षमा कर दो !
- ज्ञान ही ऐश्वर्य का ही फल है !
- जो क्षमा करने योगय है उसको दुखी न करो !
- गलत व्यक्ति दान देने में भी दुःख समझता है !
- गुणवान व्यक्ति उस व्यक्ति को कभी भी छोटा महसूस नहीं होने देता !
- कमजोर शरीर होने पर उसको जल्दी सही कर ले !
- अपनी आवस्यकतानुसार ही भोजन का सेवन करे उतना ही फ़ायदेबंद होता है !
- दुष्ट के साथ कभी भी नहीं रहना चाहिए !
- कोई भी रोग किसी शत्रु से भी बड़ा है !
- मुर्ख व्यक्तियों से कभी भी लड़ाई नहीं करनी चाहिए !
- मूर्खो में गलत कार्य करने का साहस तो होता ही है !
- पागल व्यक्ति का कोई मित्र भी नहीं होता है
- दया ही धर्म की जन्म भूमि है !
- धर्म से ही विजय प्राप्त की जा सकती है !
- मृत्यु भी धर्म पर चलने वाले की रक्षा करती है !
- सज्जन व्यक्ति को कभी भी बुरा आचरण नहीं करना चाहिए !
- जहाँ पाप होता है वह अधर्म तो रहेगा ही !
- राजा के सेवको में सहनशीलता होना ही धर्म माना जाता है !
- जितनी अपनी हद हो उसके अनुसार ही दान करे !
- दुसरो की गुप्त बाते कभी भी नहीं सुन्ना चाहिए !
- गलत व्यक्ति को मान या अपमान के बारे में कोई भी जानकारी नहीं होती !
- दूसरे के धन का लालच करना गलत बात है !
- मृत व्यक्ति का दवा से क्या मतलब है !
- भूखा व्यक्ति न खाने योग्य खाने को भी खा जाता है !
- अधिक सेक्स से आदमी जल्दी बूढ़ा हो जाता है !
- अहंकार से बड़ा व्यक्ति का कोई दूसरा शत्रु नहीं है !
- कभी भी भीड़ में शत्रु पर क्रोध नहीं करना चाहिए !
- धनहीन की बुद्धि दिखाई नहीं देती !
- धनहीन में बुद्धि का कोई भी अंस दिखाई नहीं देता !
- धैर्य शरीर को नष्ट नहीं करता !
- गुणवान से कभी भी घृणा नहीं करनी चाहिए !
- अपनी मर्यादा का कभी भी उलंघन नहीं करना चाहिए !
- स्त्री से बढ़कर कोई दूसरा रतन किसी के भी पास नहीं होता है !
- समय आने पर ही किसी को जवाब दे !
- बेटे को अपने पिता के स्वभाव के प्रति बदलाव ले आना चाहिए !
- स्त्री में गंभीरता तो नहीं होती है पर चंचलता जरूर होती है !
अगर आप को मेरे द्वारा दी गयी जानकारी में कोई भी गलती मिलती है तो कृपया करके कमेंट के द्वारा जानकारी जर्रोर दे और अगर आप को पोस्ट अच्छी लगे तो शेयर जरूर करे !